उन्हें जरूरत थी खिलौने की और हम दिल थमा बैठे..!!
Dard bhari Shayari in hindi | दर्द भरी शायरी हिंदी

dard bhari Shayari | दर्द भरी शायरी हिंदी
मिज़ाज़ अपना कुछ ऐसा बना लिया हमने,किसी ने कुछ भी कहा, बस मुस्करा दिया हमने।
ऐ मेरे दोस्त तू आँसू बहाता क्यों है,
जहाँ तेरी कद्र ना हो उस गली जाता क्यों है?
तू खुद ही ज़िम्मेदार है अपनी रुसवाई का,
जो महसूस करते हैं वो ही बयान कर देते हैं ये लफ़्ज़ों की दगाबाज़ियाँ हमसे नहीं होतीं..✍️
रिश्तें अगर #Dil में हो तो तोड़ने से भी Nahi टूटते ,
Aur अगर दिमाग में हो तो जोड़ने से भी नहीं जुड़ते..
पकड़ी जब नब्ज मेरी हकीम ने यूँ बोला,
कि वो जिंदा है तुझ में, तु मर चुका है जिसमें ।
वो तो नसीब वाले है जो तुम्हें पा लेंगे,
हम तो मोहब्बत वाले है तेरी यादों में हीं जी लेंगे..!!
बडा अजीब सा है मेरे दिल का हाल,
एक मेरी खामोशी और उसके लाखो सवाल 🙂🙂
तुमसे ज़िद करते तो हम क्या माँगते खुद से ज़िद करके तो तुम्हे माँगा था..✍️
इतना बदसलूकी ना कर ‘ऐ जिंदगी’
हम यहाँ कौनसे बार – बार आने वाले हैं !!
दिल से निकली ही नहीं वो शाम जुदाई की
तुम तो कहते थे की बुरा वक़्त गुज़र जाता है।।
इस हद तक साथ निभाया मैंने कि,
तेरे साथ छोड़ने के फ़ैसले में भी साथ दिया था मैंने..!!
दर्द गूंज रहा हैं दिल में शहनाई की तरह
शायद जिस्म की दर्द से सगाई हो रही है।
छुप छुप कर क्यूँ पढ़ते हो अल्फ़ाजों को मेरे…
सीधे दिल ही पढ़ लो सांसों तक तुम ही हो मेरे…..
तेरे रोने से उन्हें कोई फर्क नही पड़ता ए-दिल
जिनके चाहने वाले हजारो हो वो बेदर्द हुआ करते है।।
निगाहें बचाकर जो राहों से गुजरे थे।
कभी वह हमारे यार हुआ करते थे।
आज हो गए हे महबूब से अजनबी!
कभी वह संग जीने मरने के बादे किया करते थे।
पहली बार जिंदगी तब मुश्किल लगी थी ,
जब टूट कर रोना चाहा था तो लोगो के सामने हसना था।।
कुछ शिकायतें बनी रहने दे तो बेहतर हैं,
चाशनी में डूबे रिश्ते वफादार नही होते।🙏
दुनिया के सभी समुन्द्रों से गहरा है हमारा इश्क़,
एक बार डूब गए तो निकलना मुशकिल हो जाएगा।।
क्यों इतने लफ़्ज़ों में चुनते हो मुझे ,
इतनी ईंटे लगती है क्या एक खावब दफ़नाने में …
दुनिया ये मुहब्बत को मुहब्बत नहीं देती,
इनाम तो बड़ी चीज है कीमत नहीं देती,
देने को मैं भी दे सकता हूँ गाली उसे,
मगर मेरी तहजीब मुझे इजाजत नहीं देती।
अगर गलत अल्फाज हमारे थे
फिर चाहत को ठुकराने वाले अल्फाज क्यूं तुम्हारे थे??
बहोत गुमान था हवा को अपनी आज़ादी पर फिर किसी ने उसे गुबररे में बरा ओर बेच दिया।।
ऐ Kismat तू खेल मेरे साथ tujhe जीतना भी है,
खेलना आखिर mujhe इस खेल का
बेहतरीन खिलाड़ी हैं जो बनना “
मोहब्बत तो साहब दोनों तरफ थीं
बस किस्मत की लकीरों ने बाज़ी ही पलट दी।
कुछ गैर ऐसे मिले जो मुझे अपना बना गए
कुछ अपने ऐसे निकले जो गैर का मतलब बता गए
दोनो का शुक्रिया दोनों जिंदगी जिना सीखा गए
मुझमें और मेरी किस्मत में हर बार बस यही जंग रही
मैं उसके फैसलों से तंग रहा वो मेरे हौसलों से दंग रही
पेड़ो जैसे जिंदगी गुज़र रही हैं
फल भी खाते है लोग हमसे तोड़कर और पत्थर भी मार देते हैं
इंसान जितना ऑनलाइन होता जा रहा है
इंसानियत उतनी ही ऑफलाइन होती जा रही है ..
होती है बातें आज भी रातभर
कल तुझसे करते थे आज ख़ुद से करते हैं।
वहम से भी aksar खत्म हो जाते हैं कुछ रिश्ते,
Kasoor हर बार गल्तियों का nahi होता।
दर्द बता कर मजाक बन जाओ इससे तो अच्छा हैं
थोड़ा मुस्कुराओ और ख़ामोश हो जाओ …
रह जाती है अकसर कुछ हसरते यू अधूरी
सफ़र खत्म हो जाते हैं पर मंजिल हासिल नहीं होती….
मै भी तुम जैसा हूं ,अपने से जुदा मत समझो …
आदमी हूं ,आदमी ही रहने दो ! खुदा मत समझो…।।
ऐ जिंदगी, तू हमें बहुत थकाती है ,
तुझसे तो मौत बेहतर है जो अपनी गोद मे सुलाती है।
धोखा देने वाला बहाना ढूंढता है
और साथ देने वाला रास्ता खोजता है।।
तुझसे बहुत कहा था कि मुझे अपना न बना,
अब दिल मेरा तोड़ कर मेरा तमाशा न बना।
जो लोग नादान होते हैं जिंदगी को सही मायने में जीते हैं
समझदार लोग तो यूं ही उलझन में उलझे रहते हैं ।
जिन्दगी भर…💕💕
अफसोस रहेगा…🤔🤔
कि तूने साथ…🤲🤲
नहीं दिया…… 💔💔